दिल्ली : दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों और पुलिस के बीच कल रात झड़प हो गई। इस झड़प में पहलवान संगीता फोगाट के भाई दुष्यंत फोगाट और एक समर्थक राहुल चोटिल हुए हैं। दोनों घायलों को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। झड़प की शुरुआत उस वक्त हुई जब आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती पहलवानों के लिए फोल्डिंग बेड लेकर जंतर मंतर पर पहुंचे। पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए बेड ले जाने से रोका तो पहलवान अड़ गये। इसी दौरान पुलिस से पहलवानों की झड़प शुरू हो गई। महिला पहलवानों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ गाली गलौज की। नशे में धुत एक पुलिस कर्मी को पहलवानों ने पकड़ लिया। पुलिस ने बेड लेकर आए सोमनाथ भारती को हिरासत में ले लिया।
स्वाति मालीवाल ने कहा, “दिल्ली पुलिस ने मेरे साथ बदतमीजी की, क्यों दिल्ली पुलिस ब्रिज भूषण को अरेस्ट नहीं कर रही, क्यों इन लड़कियों के ऊपर दबाव बनाया जा रहा है। इनके रिकॉर्ड बनाने में मैं हूं, 400 पुलिस वाले यहां हैं, उनकी हिम्मत नहीं है ब्रिज भूषण को अरेस्ट करें।”
बजरंग पूनिया ने कहा, “जो एलिगेशन है उसे राजनीति से क्यों जोड़ा जा रहा है। लड़कियों का मुद्दा है, बृजभूषण की IT Cell है, जबसे एफआईआर हुई है जात-पात में बांट रहे हैं। हर चीज को राजनीति से जोड़कर घुमा दिया है, ये चाह रहे हैं कि इसको जातिवाद और राजनीति का मोड़ देकर कैसे इसे बदल सकते हैं।
विनेश फोगाट ने बताया, “बारिश की वजह से चारपाई मंगाई थीं, जैसे ही वो आईं हम लेने के लिए गए थे। तभी पुलिस वाले फोल्डिंग हमारे हाथों से छीनने लगे, धक्का मुक्की करने लगे, कोई भी वहां पर रुका नहीं, महिला कांस्टेबल नहीं आई, फोल्डिंग अंदर ले जाने लगे तो मुझे छाती पर धक्का मरने लगे, मुझे गाली दी, मैंने कहा सामने गाली दो, पुलिस वाला बहुत ज्यादा नशे में था, उससे खड़ा नहीं हुआ जा रहा था।”
पहलवानों की तरफ़ से कल सीलबंद लिफाफे में कुछ सबूत दिये गये थे, उनका भी ज़िक्र आज कोर्ट में हो सकता है। कल रात पुलिस के साथ हुई झड़प का भी ज़िक्र आज कोर्ट में किया जा सकता है। करीब 11 बजे आज सुनवाई होगी।
बृज भूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने की मांग वाली महिला पहलवानों की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। CJI की बेंच ये सुनवाई करेगी। दिल्ली पुलिस आज कोर्ट को FIR का स्टेटस बताएगी।
जंतर-मंतर पर DCW चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल ने कहा, “मैं फिर से लड़कियों (पहलवानों) से मिलने आई हूं क्योंकि यह मेरा कर्तव्य है। पहलवानों ने हमें बताया कि उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा था, और वहां पुलिस अधिकारी थे जो नशे में थे और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। मैं उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं। बृजभूषण को क्यों बचा रही है दिल्ली पुलिस? दिल्ली पुलिस उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है?”
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल जंतर मंतर पहुंच गई हैं।
जंतर मंतर जाने के सारे एंट्री पॉइंट्स पर बैरिकेडिंग की हुई है। किसी को भी अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है। हर रोड पर डबल लेयर की बैरिकेडिंग की गई है। जो भी लोग अंदर हैं बस उन्हें बाहर जाने दे रहे हैं।
बजरंग पुनिया ने गृहमंत्री को पत्र लिखा है। बजरंग पुनिया ने गृहमंत्री को पत्र लिखकर चार मांगे की है।
जंतर मंतर पर आने के सभी रास्तों को दिल्ली पुलिस ने बंद कर दिया है। पहलवानों की अपील पर बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता, सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता और किसान संगठन से जुड़े हुए लोगों के आज जंतर-मंतर पहुंचने की संभावना है, जिसको देखते हुए दिल्ली पुलिस ने चारों तरफ से जंतर-मंतर आने के रास्ते पर बैरिकेडिंग लगाकर सील कर दिया है। जंतर-मंतर पर किसी को भी आने की इजाजत नहीं है।
विनेश फोगाट की तरफ से पुलिस में शिकायत दी गई है।
“हमने उनको (पहलवानों) बोला है कि वह अपनी शिकायतें दें जिसपर हम निष्पक्ष जांच करेंगे। हम उन पुलिस वालों के ख़िलाफ़ भी जांच करेंगे जिनके ख़िलाफ़ आरोप हैं (पुलिस कर्मियों का नशे की हालत में होने के सवाल पर): DCP प्रणव तायल, दिल्ली
दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज पार्टी के कई विधायकों के साथ जंतर-मंतर पहुंचे थे।
दिल्ली पुलिस के डीसीपी प्रणव तायल ने बताया, “सोमनाथ भारती जंतर मंतर में धरना स्थल पर फोल्डिंग बेड लेकर आए। चूंकि अनुमति नहीं थी, इसलिए हमने जाने नहीं दिया, इसलिए विरोध करने वाले पहलवानों के कुछ समर्थकों ने ट्रक से बेड निकालने की कोशिश की और इसके कारण विवाद हुआ।”
स्वाति मालीवाल जंतर मंतर पहुंची थी लेकिन पुलिस ने उन्हें अंदर नहीं आने दिया। स्वाति मालीवाल को बाहर ही रोक दिया गया। स्वाती मालीवाल को हिरासत में लिया गया।
दिल्ली पुलिस ने धरना स्थल को चारों तरफ से सील किया है। किसी को भी अंदर आने की इजाजत नहीं है।