बच्चें ही करेंगे प्रदूषण का जड़ से इलाज

गुरुग्राम (मदन लाहौरिया) 18 नवंबर। हरियाणा प्रदेश के इतिहास में व गुरु द्रौण की धरती गुरुग्राम के इतिहास में 17 नवंबर 2019 का दिन हमेशा याद रखा जायेगा क्यों कि इस दिन गुरुग्राम के लेजरवैली पार्क पर प्रदूषण की समस्या के खिलाफ एक बेमिशाल और ऐतिहासिक प्रदर्शन किया गया! प्रदूषण के खिलाफ इस विशाल प्रदर्शन की सब से बड़ी खासियत यह थी कि इस प्रदर्शन में कोई नेता नहीं था और कोई अभिनेता भी नहीं था तथा कोई विधायक या कोई मंत्री भी नहीं थे! कोई आंदोलनकारी संगठन भी नहीं थे और गुरुग्राम शहर की कोई अपना नाम चमकाने वाली सामाजिक संस्थाएं भी नहीं थी! जरा गंभीरता से सोचिये कि हजारों की संख्या में आखिर कौन थे वे लोग जिन्होंने इस साइबर सिटी कहलाने वाले गुरुग्राम में फैले हुए प्रदूषण व जगह जगह पर पड़े हुए कूड़े कर्कट के ढेरों के खिलाफ एक जबरदस्त बुलंद आवाज उठाई! ये वो लोग थे जो गुरुग्राम के प्रशासनिक अधिकारीयों से पीडि़त व दुखी थे! इन लोगों में हजारों की संख्या में स्कूली बच्चे व बच्चियां आयी हुई थी! इन हजारों बच्चों ने गुरुग्राम की सफाई व्यवस्था की दुर्दशा को सुधारने का संकल्प लिया! छोटे-छोटे बच्चों ने बड़े ही सुंदर सुंदर स्लोगन लिखे हुए पोस्टर अपने हाथों में उठा रखे थे व इन बच्चों में कूड़े कर्कट व प्रदूषण के खिलाफ एक बड़ा अभियान छेडऩे की संकल्प शक्ति व ऊर्जा स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रही थी!

प्रदूषण व कूड़े कर्कट की गंभीर समस्या के खिलाफ यह विशाल प्रदर्शन गुरुग्राम के लेजरवैली पार्क में गुरुग्राम की सिटीजन फॉर क्लीन एयर ग्रुप की संयोजिका रुचिका सेठी टक्कर व अन्य कई सोशल एवं प्रख्यात हस्तियों के द्वारा आयोजित किया गया! रुचिका सेठी ने अपने संबोधन में कहा कि गुरुग्राम के सेक्टरों में निर्माणाधीन इमारतों का मलबा व कचरा कई कई महीनों तक सडक़ों पर खुलेआम पड़ा रहता है जिस वजह से काफी तादात में प्रदूषण फैलता है! प्रशासन को इस पर सख्त कार्यवाही करनी चाहिए! उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण के खिलाफ उन का यह कई महीनों से प्रयास चल रहा था व आज यह जो विशाल रूप देखने को मिला है उस में टीम वर्क से जुड़े हुए सभी सहयोगियों का साथ मिला है और मिडिया व पत्रकार बंधुओं का भी पूरा पूरा सहयोग रहा है तभी प्रदूषण के खिलाफ स्कूली बच्चों व सभी सेक्टरों के रेजिडेंट्स लोगों ने इस विशाल प्रदर्शन में भाग लिया है!

कार्यक्रम में डॉ. पारुल ने बोलते हुए कहा कि हम चाहे कितना भी पढ़ ले और कितनी भी डिग्रियां ले ले और कितने भी ऊँचे पदों पर नौकरी कर लें यदि हम स्वस्थ नहीं हैं तो हमारी सारी पढ़ाई व नौकरी बेकार है और स्वस्थ रहने के लिए हमें साफ स्वच्छ हवा चाहिए और उस के लिए हमे प्रदूषण की समस्या से लड़ाई लडऩी होगी तभी हम स्वस्थ रह पायेंगे! इस के बाद डाक्टर नीरज ने भी प्रदूषण पर बोलते हुए कहा कि यदि हमें साफ और शुद्ध हवा नहीं मिलेगी तो हमे फेफड़ों व दिल की बीमारी से ज्यादा जूझना पड़ेगा! कार्यक्रम में शपथ दिलाई गई कि प्लास्टिक और रबड़ नहीं जलाएंगे.पेड़ लगाएंगे हरियाली बढ़ाएंगे। कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भागीदारी करने वाले भरत शर्मा के नन्हें से बेटे गर्व शर्मा ने अपने सीने पर पोस्टर लगा रखा था! उसमें लिखा था कि कूड़ा जलाना बंद करें….हमें बच्चों से प्यार है…साफ हवा उनका अधिकार है! कार्यक्रम में एक सुंदर गीत भी गाया गया जिस के बोल है…सोचों ये कैसा विकास है कल को खोते जा रहे हैं देखो खाक होते जा रहे हैं देखो मिटते जा रहे हैं!

‘‘जनता की आवाज’’ न्यूज पोर्टल के पिछले एक महीने से कूड़े कर्कट व प्रदूषण के खिलाफ किये जा रहे प्रयासों की वजह से आज गुरुग्राम में इस प्रकार की एक विशाल जागृति आ पाई है! मजदूर नेता राजेंद्र सरोहा से बात होने पर उन्होंने इस विशाल प्रदर्शन की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदूषण के खिलाफ यह एक बेहद सराहनीय कदम है! हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के एक बयान पर व्यंग कसते हुए राजेंद्र सरोहा ने कहा कि दुष्यंत चौटाला का यह कहना बहुत गलत है कि इटली की तर्ज पर भारत की शिक्षा नीति में जलवायु शिक्षा का पाठ्यक्रम डाला जाये क्यों कि भारत की प्राचीन समय में खेती बाड़ी सारे संसार से बढिय़ा थी! हमें इटली की जलवायु शिक्षा की जरूरत नहीं है क्यों कि भारत देश में जलवायु नियंत्रण की शिक्षा पहले से ही हमारे वैज्ञानिकों के पास मजबूत तरीके से है!

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!