कंपनी मैनेजर से 10 लाख की फिरौती मांगने वाले गिरोह को क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 की टीम ने किया गिरफ्तार

  • गिरफ्तार आरोपियों से वारदात में प्रयोग मोबाइल फोन के साथ देसी कट्टा और एक जिंदा रोंद बरामद
  • आरोपी अपने आप को नीरज बवाना गैंग के बता रहे थे सदस्य
  • फिरौती मांगने वाला मुख्य आरोपी कंपनी मैनेजर की कंपनी में पहले कर चुका है काम

फरीदाबाद : क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 प्रभारी इंस्पेक्टर रविंदर कुमार की टीम ने व्हाट्सएप के जरिए 10 लाख की फिरौती मांगने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। गिरफ्तार आरोपी सूरज पलवल जिले के गांव घाघोट का और पंकज एवं दीपक फरीदाबाद के सराय ख्वाजा के रहने वाले हैं।

पुलिस प्रवक्ता सुबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों ने सेक्टर 28 में रहने वाले कंपनी मैनेजर से व्हाट्सएप के जरिए कॉल कर 22 फरवरी को अनजान विदेशी नंबर से उसके और अपने बेटे की सलामती के नाम पर ₹1000000 की रंगदारी मांगी। आरोपी ने अपने आप को नीरज बवाना गैंग का सदस्य बताया। जिसकी सूचना कंपनी मैनेजर ने थाना सेक्टर 31 में दी। जिस पर थाना सेक्टर-31 में योजना के तहत फिरौती मांगने का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। जिस पर कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 की टीम ने गुप्त सूत्रों से प्राप्त सूचना के आधार पर आरोपी सूरज को थाना खेड़ी पुल के क्षेत्र से अवैध हथियार सहित गिरफ्तार किया है। आरोपी अपने दोस्त पंकज और दीपक से फरीदाबाद मिलने आया था। आरोपियों को मौके पर एक देसी कट्टा, जिंद रोंद के साथ और वारदात में प्रयोग किए गए मोबाइल सहित गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ थाना खेड़ी पुल में अवैध हथियार रखने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी सूरज से पूछताछ में पता चला है कि वह कंपनी मैनेजर की कंपनी में पहले काम कर चुका था। जिसके कारण उसके पास कंपनी मैनेजर का मोबाइल नंबर था। आरोपी ने पैसे के लालच में आकर अपने आप को नीरज बवाना गैंग का सदस्य बताया था। क्योंकि आरोपी के अनुसार एनसीआर में नीरज बवाना प्रसिद्ध बदमाश है। आरोपी ने अपने दोस्त पंकज व दीपक की मदद से एंड्रॉइड मोबाइल एप्लीकेशन से विदेशी नंबर की तरह दिखने वाले नंबर का इंतजाम किया और कंपनी मैनेजर के मोबाइल नंबर पर धमकी भरे शब्दों में 1000000 रुपए की रंगदारी मांगी थी। आरोपी सूरज देसी कट्टे को उत्तर प्रदेश के कोसी जिले के रेलवे स्टेशन से किसी अनजान व्यक्ति से 5500/- रुपए में 2 महीने पहले खरीद कर लाया था। आरोपियों से एक देसी कट्टा जिंदा रोंद और वारदात में प्रयोग मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है।

तीनों आरोपियों को पुलिस द्वारा अदालत में पेश कर नीमका जेल भेज दिया है।

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