गुडग़ांव। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति जिला कमेटी गुडग़ांव व नगर पालिका कर्मचारी संघ, दलित अधिकार मंच ने हाथरस में एक दलित युवती के साथ सामूहिक बलात्कार व भयानक दरिंदगी के कारण हुई मौत की घटना के विरोध में विशाल प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में सम्बोधित करते हुए जनवादी महिला समिति की राज्य अध्यक्ष उषा सरोहा ने कहा कि हाथरस में एक दलित युवती को 4 गुंडों द्वारा उठा लिया गया और फिर उन्होंने उसे सामूहिक बलात्कार का शिकार बनाया तथा उसे भयानक यातनाएं दीं जिसके कारण 29 सितंबर को दिल्ली के अस्पताल में उसकी मौत हो गई। वहीं परिवार के लोगों को बिना बताए रात्रि में दाहसंस्कार कर दिया गया। इस तरह की घटना सभ्य समाज के माथे पर कलंक है।
भाजपा राज में महिलाओं और बच्चियों पर भयानक जुल्म हो रहे हैं परन्तु सरकार का दावा है कि कानून व्यवस्था बिल्कुल चुस्त-दुरुस्त है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा खोखला साबित हो रहा है। अपराधी बेखौफ घूमते हैं, उन्हें राजनैतिक संरक्षण मिला हुआ है। हाथरस के मामले में भी वहां के पुलिस अधिकारी मीडिया के सामने बयान दे रहे हैं कि युवती के साथ बलात्कार नहीं हुआ था। वहीं सवर्ण समाज के लोग बलात्कारियों के पक्ष में प्रदर्शन कर रहे हैं जोकि बेहद शर्मनाक है।

जनवादी महिला समिति मांग करती है कि सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा सुनिश्चित की जाए। इस अवसर पर जिला प्रधान भारती देवी, उपप्रधान ओमवती, शोभा, लीलावती, भारती, विधा, पूनम, रमेश, रेशमी, फूलवती व सीटू के नेता व भवन निर्माण कामगार युनियन के जिला प्रधान धर्मबीर भी शामिल रहे।