फरीदाबाद : शहीद वीर भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव जैसे युवाओं ने अगर देश के लिए कुर्बानी न दी होती तो आज हम गुलाम देश के नागरिक होते और खुली हवा में सांस नहीं ले रहे होते। यह बात महाराणा प्रताप राजपूत सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर किशन सिंह ने शहीदी दिवस के मौके पर तिगांव विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत गांव फज्जेपुर खादर स्थित सर्वश्री छोटेलाल पब्लिक स्कूल में शहीदों की याद में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शहीदों के चित्रों पर पुष्प अर्पित करते हुए कही।
इस अवसर पर मास्टर शीशपाल सिंह भाटी, ओमप्रकाश भाटी, चरण सिंह, नवीन ठाकुर, देवी सिंह, रमेश भाटी, श्रीराम भाटी, भरतपाल मास्टरजी, मास्टर केशव नेताजी, कुंवर कृष्ण पहलवान, युवा नेता प्रवीण वर्मा, मास्टर होरी लाल, रणजीत सिंह, आजाद ठाकुर, लक्ष्मी नारायण, रघुवर सिंह तंवर तथा प्रताप अजय प्रताप आदि मौजूद रहे।

उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए ठाकुर किशन सिंह ने कहा कि आज की पीढ़ी भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव जैसे शहीदों को अपने जीवन का आदर्श बनाकर ही नए भारत के निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभा सकती है। 23 मार्च 1931 की रात भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु की देशभक्ति के अपराध की संज्ञा देकर फांसी पर लटका दिया गया। मृत्युदंड के लिए 25 मार्च की सुबह तय की गई थी, लेकिन किसी बड़े जन आक्रोश की आशंका से डरी हुई अंग्रेज सरकार ने 23 मार्च की रात्रि को ही इन क्रांति वीरों की जीवन लीला समाप्त कर दी, जिसे भारतवासी कभी भुला नहीं सकते हैं।
इसके अलावा शहीदी दिवस के मौके पर गाँव कौराली के वीर सपूत देवेंद्र सिंह भाटी की प्रतिमा पर भी ठाकुर किशन सिंह ने माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर केशव देव नेताजी, नरेंद्र सोलंकी एडवोकेट, कृष्ण पहलवान, आजाद सिंह, राहुल, राजीव पहलवान, होशियार सिंह तंवर, प्रवीण कुमार वर्मा, राजीव तौमर, अजयवीर सिंह आदि बुजुर्ग और नौजवान साथियों ने वीर शहीदों को अपनी व इलाके की तरफ से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
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