फरीदाबाद, 18 अक्टूबर ! डेटा एनालिटिक्स की विभिन्न तकनीकों का प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा डेटा एनालिटिक्स पर आठ दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया है। यह कार्यशाला टीईक्यूआईपी-3 कार्यक्रम के तहत आयोजित की जा रही है, जिसमें 60 से अधिक शोधार्थी और संकाय सदस्य हिस्सा ले रहे है। उद्घाटन सत्र में कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार गर्ग, कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष डॉ. कोमल कुमार भाटिया, कंप्यूटर अनुप्रयोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. अतुल मिश्रा और विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डाॅ आशुतोष दीक्षित उपस्थित रहे।
कार्यशाला के तकनीकी सत्रों का संचालन डेटा वैज्ञानिक और मशीन लर्निंग विशेषज्ञ मोहित कुमार तथा व्यवसाय सलाहकार विशेषज्ञ गुंजन थरेजा द्वारा किया जायेगा। कार्यशाला का संयोजन डॉ. नीलम दूहन और डॉ. ज्योति द्वारा किया जा रहा है, जिसे डॉ. ममता, डॉ. दीपिका और डॉ. आश्लेषा द्वारा समन्वित किया गया है। डॉ. दूहन ने अतिथियों का स्वागत किया और कार्यशाला के बारे में जानकारी दी। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएं दी है।
इससे पहले, सत्र को संबोधित करते हुए डॉ कोमल कुमार भाटिया ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और बताया कि कार्यशाला को डेटा एनालिटिक्स में एक सफल कैरियर बनाने के इच्छुक विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों को प्रशिक्षित करने के लिए डिजाइन किया गया है। कार्यशाला के दौरान, डेटा एनालिटिक्स जैसे पाइथन, सांख्यिकी, मशीन लर्निंग, एडवांस एक्सेल और एसक्यूएल में वास्तविक समस्याओं एवं मामलों के अध्ययन के साथ व्यावहारिक अभ्यास करवाया जायेगा ताकि प्रतिभागियों को डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करते हुए व्यवसाय और डेटा रणनीति बनाने में सफल बनाया जा सके।
डेटा एनालिस्ट और डेटा साइंटिस्ट के क्षेत्र में उपलब्ध रोजकार के अवसरों का उल्लेख करते हुए, कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार गर्ग ने कहा कि आज के दौर में अधिक से अधिक नौकरियां डेटा-चालित हो रही हैं, तो इस क्षेत्र में प्रासंगिकता बनाये रखने के लिए यह आवश्यक हो गया है कि खुद को अपग्रेड किया जाये। कुलसचिव ने कहा कि डेटा विज्ञान और मशीन लर्निंग रोजगार की दृष्टि से नवीनतम एवं अग्रिम क्षेत्र हैं और भविष्य में भी इसमें बहुत स्कोप होगा इसलिए, इन अवसरों का लाभ उठाने के लिए सही कौशल प्राप्त करने की आवश्यकता है।